"जिसे ज़िन्दगी ढूंढ रही है
क्या ये वो मक़ाम मेरा है
यहा चैन से बस रुक जाऊं
क्यों दिल ये मुझे कहता है
जज़्बात नए इस मिले हैं
जाने क्या असर ये हुआ है
इक आस मिली फिर मुझको
जो कुबूल किसी ने किया है" ❤
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"जिसे ज़िन्दगी ढूंढ रही है
क्या ये वो मक़ाम मेरा है
यहा चैन से बस रुक जाऊं
क्यों दिल ये मुझे कहता है
जज़्बात नए इस मिले हैं
जाने क्या असर ये हुआ है
इक आस मिली फिर मुझको
जो कुबूल किसी ने किया है" ❤
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